Most Educated Relision in India : दोस्तों आप जानते ही हैं भारत एक विविधताओं का देश है भारत में कई धर्म को मानने वाले लोग निवास करते हैं यह जैसे-जैसे विकास के नए सोपान छोटा जा रहा है वैसे ही इसकी साक्षरता दर भी बढ़ रही है लोग आज के टाइम में भारत में भी पढ़ाई को महत्व देते हैं और पढ़ाई की तरफ अपने बच्चों को प्रेरित करते हैं इसलिए भारत में लगातार साक्षरता दर बढ़ रही है लेकिन इस आर्टिकल में आपको हम बताते हैं किस धर्म के लोग कितने प्रतिशत पढ़े लिखे हैं इससे आपको पता चलेगा कि भारत में पढ़ाई लिखाई में कौन सा धर्म सबसे आगे है नीचे आर्टिकल में पढ़ें पूरी खबर
जैन धर्म साक्षरता दर
साल 2011 की जनगणना के मुताबिक भारत में सबसे अधिक साक्षरता दर जैन धर्म के अनुयायियों की रही है, भारत में सबसे ज्यादा पढ़े-लिखे जैन धर्म के लोगों की ही संख्या रही है या बात उन्हीं के धर्म की सिर्फ हो रही है कि कितने प्रतिशत लोग उनके धर्म में पढ़ाई से जुड़े हुए हैं 94.9% लोग जैन धर्म में पढ़े लिखे हैं
ईसाई धर्म की साक्षरता दर
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर है ईसाई धर्म ईसाई धर्म के लोग भारत में, काफी अच्छी खासी संख्या में निवास करते हैं उनकी साक्षरता दर 84.5% है, आप इस तरह से समझ सकते हैं कि 100 लोग अगर रहने वाले ईसाई धर्म से भारत में रहते हैं तो उनमें से 84 लोग पढ़े लिखे हुए हैं
बौद्ध धर्म की साक्षरता दर
इसके बाद सबसे अधिक पढ़ा लिखा धर्म बौद्ध धर्म माना जाता है या तीसरे नंबर पर आता है बौद्ध धर्म के लोग 81.3 प्रतिशत पढ़े-लिखे माने जाते हैं, सरल भाषा में समझाएं तो 100 लोगों में से 81 लोग इस धर्म में पढ़े लिखे होते हैं
सिख धर्म के लोग कितना पढ़े हैं
इस लिस्ट में चौथे नंबर पर आता है सिख धर्म जिसकी साक्षरता दर है 75.4%, इस हिसाब से सिख धर्म के लोग 100 लोगों में से 75 लोग पढ़े लिखे हुए होते हैं
हिंदू धर्म की साक्षरता दर
भारत में रहने वाले हिंदुओं की बात करें तो काफी संख्या में हिंदू भारत में निवास करते हैं इस धर्म को मानने वाले सबसे ज्यादा भारत में ही रहते हैं अगर बात करें हिंदू धर्म के साक्षरता की 73.3 प्रतिशत लोग इस धर्म में पढ़े लिखे होते हैं, यह जनगणना 2011 के मुताबिक है सरल भाषा में समझे तो हिंदू धर्म में 100 लोगों में से 73 लोग पढ़े लिखे होते हैं
मुस्लिम धर्म की साक्षरता दर
सबसे लास्ट में आता है भारत में मुस्लिम धर्म के अनुयायियों की साक्षरता दर सबसे कम है इस धर्म को मानने वाले 68.5 फ़ीसदी लोग पढ़े लिखे हैं अगर सरल भाषा में समझे तो 100 लोगों में से 68 लोग मुस्लिम धर्म को मानने वाले पढ़े लिखे होते हैं या जनगणना 2011 के मुताबिक है इसके बाद काफी लोगों में जागरूकता आई है और पढ़ाई लिखाई के तरफ लोग अग्रसर हो रहे हैं समाज काफी पढ़ा-लिखा होता जा रहा है कहीं ना कहीं यह प्रतिशत सभी धर्म के बड़े ही होंगे
अपने अनुमान नीचे कमेंट बॉक्स में लिखकर आप जरूर बताएं कौन से धर्म का कितना प्रतिशत आज के टाइम में बढ़ गया होगा और इसी तरह की लेटेस्ट ट्रेंडिंग खबरों के लिए हमारे साथ जुड़े रहे www.pktechworld.com